DEPARTMENT OF HINDI
About Department
विभाग का परिचय :(INTRODUCTION OF THE DEPARTMENT)
यशवंतराव चव्हाण कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय का हिंदी विभाग महाविद्यालय के महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित विभागों में से एक है l सहकार महर्षी स्वर्गीय दादासाहेब पालोदकर की दूरदर्शिता और समाजसेवा के दायित्वबोध शुभ फल के रूप में राजर्षी शाहू शिक्षण संस्था की स्थापना सन 1971 में हुई l एक साल के भीतर ही सन 1972 में यशवंतराव चव्हाण कला वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना की गई l इसी वर्ष 16 जून 1972 में हिंदी विभाग की स्थापना हुई l हिंदी विभाग प्रारंभ से ही न केवल हिंदी भाषा शिक्षा अपितु विद्यार्थीयों के सर्वोतोंमुखी विकास के लिए सदैव समर्पित रहा है l प्रारंभ में स्नातक पदवी की शिक्षा एवं तदोपरांत सन 2014 – 15 से स्नातकोत्तर पदवी की शिक्षा की सुविधा है l विभाग की स्थापना काल से प्रा. एस. टी. जगताप तथा प्रा. पी. एन. ढोरमारे इन्होंने विभाग को समृद्ध किया है l वर्तमान में डॉ. श्रीमती सी. एल. पंचांगे तथा डॉ. डी. जी. रानभरे विभाग में कार्यरत है l
हिंदी विभाग के द्वारा छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए समय–समय पर विविध अतिथि व्याख्यानों का तथा कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है l साथ ही साथ रचनात्मक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जैसे वाद–विवाद, कविता लेखन, निबंध लेखन, भित्तिपत्रक प्रकाशन आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है l भित्तिपत्रक में विभिन्न विषय पर छात्र अपने स्वरचित एवं संकलित रचनाओं का प्रकाशन करते हैं l
हिंदी में संभावनाएं : (SCOPE OF HINDI)
1. शिक्षा क्षेत्र में अध्ययन करने के लिए एक अच्छे अवसर हैं l प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षणिक योग्यता के अनुसार एक अध्यापक एवं प्राध्यापक के रूप में करियर बनाने की काफी अवसर उपलब्ध हैं l
2. अनुवाद का क्षेत्र बहुत बडा है l जिसमें आज अनुवादक के रूप में द्विभाषिक विद्वानों की मांग बढती जा रही हैं l देशी विदेशी मीडिया संस्था, राजनीतिक संस्था, पर्यटन से जुडी संस्थाएं और होटल व्यवसाय में अनुवाद तथा द्विभाषिक के रूप में सफलता के कई अवसर उपलब्ध हैं l
3. हिंदी पढने वाले छात्रों के बीच पत्रकारिता एवं विज्ञापन आदि में रोजगार का एक आकर्षक विकल्प जहां मेहनती और प्रतिभावान युवाओं के लिए बहुत ही संभावनाएं हैं l
4. हिंदी भाषा के अच्छी जानकारी रखने वाले युवाओं के लिए अँकर (निवेदक), न्यूज रीडर (समाचार वाचक), रिपोर्टर (संवादाता) के रूप में सफलता प्राप्त करने की अधिक संभावनाएं हैं l
5. युवाओं में अपने समृद्ध लेखन कौशल्य के आधार पर सर्वश्रेष्ठ साहित्य निर्माण कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं l साथ ही टीवी, रेडिओ, फिल्म, वेबसाईट, आदि क्षेत्र से जुडकर लेखन कार्य में सफलता प्राप्त की जा सकती हैं l
6. हिंदी में अनुसंधान की क्षेत्र में बहुत संभावनाएं उपलब्ध हैं l
7. हिंदी में टंकलेखन एवं संक्षिप्त लेखन क्षेत्र में भी अच्छे अवसर प्राप्त कर सकते हैं l
विभाग की स्थापना : (ESTABLISHMENT OF THE DEPARTMENT)
SR. NO. | DEPARTMENT | PARTICULAR | DATE OF ESTABLISHMENT |
1 | UG स्नातक | बी. ए. प्रथम वर्ष हिंदी | 1972 |
बी.ए. द्वितीय वर्ष हिंदी | 1973 | ||
बी.ए. तृतीय वर्ष हिंदी | 1974 | ||
2 | PG स्नातकोत्तर | एम.ए.प्रथम वर्ष हिंदी | 2014 |
एम. ए.द्वितीय वर्ष हिंदी | 2015 |
Sr.No. | Name of faculty | Cell No./Email | Photo | Resume |
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1 | Dr. CHANDANI LAXMAN PANCHANGE (HOD) | 9422247509 chandani1099@gmail.com | Resume | |
2 | Dr. DNYANESHWAR GANPATRAO RANBHARE | 94214 79742 ranbhare00@gmail.com | Resume | |
3 | Dr. SANDIP ISHWAR PRASHAD | 9890824350 sandipprashad11985@gmail.com | CHB |
PROGRAMS OFFERED
- UNDER GRADUATE (B.A.)
- B.A.F.Y
- B.A.S.Y
- B.A.T.Y
- POST GRADUATE (M.A.)
- M.A.F.Y
- M.A.S.Y